Breaking News
जूनियर एनटीआर की देवरा पार्ट 1 पर सेंसर बोर्ड ने चलाई कैंची, 4 सीन हटाकर दिया यू/ए सर्टिफिकेट?
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘अखिल भारतीया गोष्ठी’ के शुभारंभ सत्र में किया प्रतिभाग।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी श्री शिव रघुनाथ मंदिर में आयोजित गणेश महोत्सव में हुए सम्मिलित।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ’हिंदी दिवस समारोह-2024’ में किया प्रतिभाग।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल रूप से रूद्रप्रयाग में आयोजित जागतोली दशज्यूला विकास महोत्सव-2024 कार्यक्रम को किया संबोधित।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पतंजलि ऑडिटोरियम में आयोजित युवा धर्म संसद कार्यक्रम में किया प्रतिभाग।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की शिष्टाचार भेंट
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का समावेशी विकास का एक नया मॉडल
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के आग्रह पर इस अभियान से जुड़ा हूँ – अमिताभ बच्चन

रूसी सेना में भर्ती हुए भारतीयों की होगी वतन वापसी, पीएम मोदी ने पुतिन के सामने उठाया मुद्दा

नई दिल्ली। भारत के लिए एक राहत की खबर सामने आई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सामने रूसी सेना में भर्ती हुए भारतीयों का मुद्दा उठाने के बाद रूस ने भारतीय नागरिकों को छुट्टी देने और उनकी वापसी की सुविधा देने का फैसला किया है.

जब से रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ा है, भारत रूसी सेना में कार्यरत अपने नागरिकों की सुरक्षा और स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने के लिए रूस पर दबाव डाल रहा है और युद्ध क्षेत्र में भारतीयों के बारे में जानकारी मिलने पर तत्काल कार्रवाई की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 200 भारतीय नागरिकों को रूसी सेना में सुरक्षा सहायक के तौर पर भर्ती किया गया था.

उम्मीद की जा रही थी कि भारत रूस-यूक्रेन संघर्ष में दो लोगों की मौत के बाद भर्ती हुए भारतीयों के मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाएगा और उनकी शीघ्र रिहाई की मांग करेगा. भारतीय नागरिकों को रूसी सेना में शामिल होने के लिए धोखा दिया गया. गौरतलब है कि जून में विदेश मंत्रालय ने कहा था कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में रूसी सेना में भर्ती हुए दो भारतीय नागरिक मारे गए थे. भारत ने रूसी सेना में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई और वापसी का मामला उठाया है.

एस जयशंकर ने कहा था, ‘कई भारतीयों को रूसी सेना की सेवाओं में लगाया गया है, जब वे वापस आएंगे तभी हमें पूरी परिस्थितियों का पता चलेगा. लेकिन, जो भी परिस्थितियां हैं, हमारे लिए यह अस्वीकार्य है कि भारतीय नागरिक खुद को किसी अन्य देश की सेना में पाते हैं.’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top