Breaking News
जूनियर एनटीआर की देवरा पार्ट 1 पर सेंसर बोर्ड ने चलाई कैंची, 4 सीन हटाकर दिया यू/ए सर्टिफिकेट?
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘अखिल भारतीया गोष्ठी’ के शुभारंभ सत्र में किया प्रतिभाग।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी श्री शिव रघुनाथ मंदिर में आयोजित गणेश महोत्सव में हुए सम्मिलित।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ’हिंदी दिवस समारोह-2024’ में किया प्रतिभाग।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल रूप से रूद्रप्रयाग में आयोजित जागतोली दशज्यूला विकास महोत्सव-2024 कार्यक्रम को किया संबोधित।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पतंजलि ऑडिटोरियम में आयोजित युवा धर्म संसद कार्यक्रम में किया प्रतिभाग।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की शिष्टाचार भेंट
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का समावेशी विकास का एक नया मॉडल
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के आग्रह पर इस अभियान से जुड़ा हूँ – अमिताभ बच्चन

हंस फाउंडेशन द्वारा प्राचीन मंदिर को क्षति पहुंचाने पर मंत्री ने दिये जांच के निर्देश

देहरादून। प्रदेश के धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तरकाशी जनपद में विकासखण्ड मोरी के अन्तर्गत सोमेश्वर महादेव के प्राचीन मन्दिर को हंस फाउंडेशन द्वारा क्षति पहुंचाने की मंदिर समिति की शिकायत का संज्ञान लेते हुए धर्मस्व सचिव को पूरे मामले की जांच के निर्देशित दिये हैं।

प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तरकाशी जनपद में विकासखण्ड मोरी के अन्तर्गत सोमेश्वर महादेव के प्राचीन मन्दिर को हंस फाउंडेशन द्वारा क्षति पहुंचाने की मंदिर समिति की लिखित शिकायत का संज्ञान लेते हुए धर्मस्व सचिव को पूरे मामले की जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने धर्मस्व सचिव से कहा है कि जनभावनाओं के अनुरूप उक्त मन्दिर को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हुए प्राचीन मंदिर के संरक्षण हेतु सभी तरह के उपाय किए जाएं।

ज्ञात हो कि सोमेश्वर महादेव मंदिर समिति के उपाध्यक्ष जयवीर सिह रावत और सह सचिव राम लाल विश्वकर्मा सहित कई लोगों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज से लिखित शिकायत कर कहा है कि जनपद उत्तरकाशी के ब्लाक मोरी के ग्राम पचायत जखोल में स्थित पौराणिक सोमेश्वर महादेव मंदिर 22 गांवों की आस्था का केन्द्र है। मंदिर में वर्ष 1861 से धरोहर के रुप में बहुत ही सुन्दर मूर्ति बनी है। यह मंदिर पांडव काल के समय से ही यथावत है। शिकायती पत्र में बाकायदा हंस फाउंडेशन का नाम लेते हुए मंदिर को कुछ गैर कानूनी संस्थाओं द्वारा नव निर्माण के नाम पर तोडे जाने की बात कहते हुए इसके संरक्षण की बात कही गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top