Breaking News
चारधाम यात्रा में उमड़ा भक्तों का सैलाब, अब तक 28 लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
चारधाम यात्रा में उमड़ा भक्तों का सैलाब, अब तक 28 लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
CM धामी से आज मुख्यमंत्री आवास में राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष श्रीमती विजया किशोर रहाटकर ने शिष्टाचार भेंट की।
CM धामी से आज मुख्यमंत्री आवास में राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष श्रीमती विजया किशोर रहाटकर ने शिष्टाचार भेंट की।
उत्तराखंड को मिले 29 नए विशेषज्ञ डॉक्टर
उत्तराखंड को मिले 29 नए विशेषज्ञ डॉक्टर
अहमदाबाद में भीषण विमान हादसा: एयर इंडिया की फ्लाइट क्रैश, 133 यात्रियों की मौत
अहमदाबाद में भीषण विमान हादसा: एयर इंडिया की फ्लाइट क्रैश, 133 यात्रियों की मौत
सीएम धामी ने कालू सिद्ध मंदिर में की पूजा-अर्चना
सीएम धामी ने कालू सिद्ध मंदिर में की पूजा-अर्चना
उत्तराखंड में कोविड-19 को लेकर एडवाइजरी जारी
उत्तराखंड में कोविड-19 को लेकर एडवाइजरी जारी
सेतु आयोग ने मुख्यमंत्री धामी को सौंपी सशक्तिकरण रिपोर्ट
सेतु आयोग ने मुख्यमंत्री धामी को सौंपी सशक्तिकरण रिपोर्ट
संभव दिवस पर नगर आयुक्त ने जनता की शिकायतों का किया निस्तारण
संभव दिवस पर नगर आयुक्त ने जनता की शिकायतों का किया निस्तारण
5 जून से 31 जुलाई तक प्रदेशभर में चलेगा सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम
5 जून से 31 जुलाई तक प्रदेशभर में चलेगा सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम

गाजर खाने के एक नहीं कई हैं फायदे, जान लेंगे तो हो जाएंगे हैरान

गाजर खाने के एक नहीं कई हैं फायदे, जान लेंगे तो हो जाएंगे हैरान

गाजर एक ऐसी सब्जी होती है जो सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. पहले यह सिर्फ सर्दियों में मिलती लेकिन अब यह पूरे साल मिलती है. गाजर में विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं. इसे खाने से आंख, लिवर, किडनी और शरीर के बाकी अंगों को भी काफी ज्यादा फायदा मिलता है। आइए जानें रोजाना गाजर खाने से क्या फायदा होता है।

गाजर का इतिहास
गाजर जड़ वाली सब्जिय़ां हैं जो सबसे पहले 900 ई. के आसपास अफग़ानिस्तान में उगाई गई थीं. नारंगी उनका सबसे प्रसिद्ध रंग हो सकता है। लेकिन वे बैंगनी, पीले, लाल और सफ़ेद सहित और भी दूसरे रंगों में भी मिलते हैं. शुरुआती गाजर बैंगनी या पीले रंग की होती थीं। नारंगी गाजर 15वीं या 16वीं शताब्दी के आसपास मध्य यूरोप में विकसित की गई थीं।

ऑर्गेनिक बनाम नॉन-ऑर्गेनिक
ऑर्गेनिक गाजर में नैचुरल तरीकों से उगाया जाता है. वहीं उसमें किसी भी तरह के कैमिकल और कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। वहीं नॉन ऑर्गेनिक गाजर में पारंपरिक रूप से उगाई जाती हैं और कीटों के संक्रमण और बीमारियों को रोकने के लिए कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है।

आंखों के लिए होता है फायदेमंद
गाजर को आंखों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन ए और अल्फा-कैरोटीन, बीटा-कैरोटीन नाम  के दो कैरोटीनॉयड होते हैं. लेकिन गाजर में सिर्फ एक पोषक तत्व नहीं बल्कि कई सारे पोषक तत्व होते हैं जो आंखों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होते हैं. गाजर में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन आंखों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. यह आंखों की रेटिना और लेंस के लिए अच्छा होता है. रोज एक गाजर खाएं यह सेहत के लिए अच्छा होता है।

शुगर मैनेज करने में मददगार
गाजर में ढेर सारे फाइबर होते हैं जो ब्लड शुगर और इंसुलिन के लिए काफी ज्यादा अच्छा होता है. कच्ची या थोड़ी पकी हुई गाजर में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है.जो शुगर बैलेंस में मदद करता है. डायबिटीज के मरीज आराम से गाजर खा सकते हैं।

वजन को करना है कंट्रोल
गाजर की सबसे खास बात यह है कि इसमें 88 प्रतिशत तक पानी होता है. इसमें फाइबर और रफेज होती है. जिससे वजन कंट्रोल में रहता है. इसके अलावा अगर आप हर रोज एक गाजर खा लेते हैं तो लगभग 80 प्रतिशत कैलोरीज खा लेते हैं जिसके कारण काफी देर तक पेट भरा हुआ लगता है. यह सब्जी वजन कंट्रोल करने में मदद करता है।

बीपी बैलेंस करने में होता है कारगर
अगर आपका बीपी हाई है तो हर रोज 1 गाजर खाना चाहिए. गाजर में पोटेशियम की मात्रा काफी ज्यादा होती है. जो बीपी बैलेंस करने का काम करती है। साथ ही यह शरीर में सोडियम का लेवल बैलेंस करता है. जिससे बीपी कंट्रोल में रहता है। दिल को हेल्दी रखने में गाजर काफी ज्यादा अच्छा होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top